क्या चाहत की हथेली पर।
सपनों की मेंहदी रंग लायेगी।।
क्या देखे जो मैंने सपने।
उन्हें अपनी मंजिल मिल पाएगी।।
सही कहा है किसी ने, सपने पूरे करने है।
तो नींद से जागना पड़ेगा।।
अपने लक्ष्य के पीछे पूरी मेहनत से।
भागना पड़ेगा।।
क्योंकि जो दिखाता है साहस और करता है कड़ी मेहनत।
वही अपने सपनों की मंजिलों को है पाता।।
क्योंकि सोये शेर के मुँह में।
हिरण खुद भोजन बनकर नहीं आता।।
करो इतनी मेहनत कि सभी सपने सच हो।
आने वाली सारी मुसीबतें खतम हो।।
लाओ इतना लहू में मेहनत का उबाल।
कि उसकी गरमी से चाहत की हथेली पर।
सपनो की मेंहदी हो सुर्ख लाल।।
इसी लाली में अपनी सफलता को चमकाओ।
मेहनत से अपनी, अपने भाग्य को अपना दोस्त बनाओ।।
सच मानों सफलता चूमेंगी आपके कदम।
सारे सपने पूरे होंगे मेहनत के संग।.
सपनों की मेंहदी रंग लायेगी।।
क्या देखे जो मैंने सपने।
उन्हें अपनी मंजिल मिल पाएगी।।
सही कहा है किसी ने, सपने पूरे करने है।
तो नींद से जागना पड़ेगा।।
अपने लक्ष्य के पीछे पूरी मेहनत से।
भागना पड़ेगा।।
क्योंकि जो दिखाता है साहस और करता है कड़ी मेहनत।
वही अपने सपनों की मंजिलों को है पाता।।
क्योंकि सोये शेर के मुँह में।
हिरण खुद भोजन बनकर नहीं आता।।
करो इतनी मेहनत कि सभी सपने सच हो।
आने वाली सारी मुसीबतें खतम हो।।
लाओ इतना लहू में मेहनत का उबाल।
कि उसकी गरमी से चाहत की हथेली पर।
सपनो की मेंहदी हो सुर्ख लाल।।
इसी लाली में अपनी सफलता को चमकाओ।
मेहनत से अपनी, अपने भाग्य को अपना दोस्त बनाओ।।
सच मानों सफलता चूमेंगी आपके कदम।
सारे सपने पूरे होंगे मेहनत के संग।.
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